Tuesday 19 April 2022

 





    Album : Humke Sadi Chahi
Song : Humke Sadi Chahi
Singer : Bharat Sharma Vyas
Lyrics : Bharat Sharma Vyas
Genre : Album Music
Language : Bhojpuri

डायलॉग 
एगो बिरहँ बाड़ी जेकर पति प्रदेश में बा , 
पत्नी घर पर 
जाड़ा के महीना बा का दशा बा 

................. Mukhda...........

कर फेरत करवटिया करके 
कंगना खनके खन  करे 
साड़ी सरकत , फरकत अंखिया 
कहिया अइहे पिया मोर घरे  2 
मन लागत नइखे नइखे एको छन 
तन आग विरह में मोर जरे 
मोर रतिया बीतल जगले जागल 
पागल मनवा नहीं धीर धरे 

.................Dialouge ..............

एक जानिया अपने पति के चिठ्ठी लिखत बाड़ी ,
जे रउआ जब आएब तब , अइसही छूछे हाथ मत चल आएम 
कुछ हमरा के लेले आएम 


 ....................................गाना। ......... .......................

अरे चोरी करिहा पापिउ चाहे 
चोरी करिहा पापिउ चाहे खीचीहा ठेला गाड़ी 
हमके साड़ी रे चाही 

चोरी करिहा पापिउ  चाहे 
चोरी करिहा पापिउ 
चोरी करिहा पापिउ 
चोरी करिहा पापिउ 

चोरी करिहा पापिउ चाहे खीचीहा ठेला गाडी 
हमके साडी रे चाही ........
कबले फीची गवना के छाड़ि 
हमके साड़ी रे चाही 

संग के सहेली हमर , जिया तरसावेली 
संग सहेली हमर ,जिया तरसावेली 
किसिम किसिम के साड़ी , लहंगा झलकवेली 

अबे गठियाला , ए बालम जी 
अबे घटियाला ओ S हो S
अबे गठियाला , बिहने धल S गाडी 
हमके साडी रे चाही 
कबले फीची गवना छाड़ि 
हमके साडी चाही 

याद करा कई बरिश भइल  मोर गवना 
याद करा कई कई 
याद करा कई कई 
नइहरे के साया साड़ी 
 बिछवना 

..................Dialouge.............

 लिखत बाड़ी की मन पारा , कई बरिस भइल हमनी के 
इहे बतावा साँच साँच , जे आज ले का हम तहर सुख जननी 
साया साड़ी ब्लाउज नइहरे के 
खाटी माची नइहरे के , पलंग नइहरे के 
तोशक तकिया नइहरे के 
एगो लुगरिओ नइखी जानत आज ले तोहार 

................................गाना ..............................
भारी  कंजूस रे बाड़ी 
भारी कंजूस  रे बाड़ी 

अरे भारी कंजूस रे बाड़ी  2 

भारी कंजूस हमार सास मिलल बाड़ी 
हमके साडी रे चाही ........
कबले फीची गवना के साड़ी 
हमके साडी रे चाही 

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